नींद में पेशाब की समस्या 10 से 18 साल के बच्चो को क्यो होती है नींद में पेशाब

 

10 से 18 साल के बच्चों में नींद में पेशाब की समस्या होने के कई कारण हो सकते हैं। यह आमतौर पर "नींद में बेड़-बाथरूम करना" या "नींद में यूरिनेशन" के रूप में जाना जाता है। इसके कुछ मुख्य कारण निम्नलिखित हो सकते हैं:


1. विकासात्मक कारण: बच्चों के शरीर के अंग समय-समय पर विकसित होते रहते हैं, जिसके कारण पेशाब कंट्रोल करने का क्षमता सही तरीके से विकसित नहीं हो सकती है। यह कारण अधिकांश बच्चों में सामान्य होता है और समय के साथ अपने आप ही ठीक हो जाता है।


2. अधिक पीना: यदि बच्चा रात में ज्यादा पानी पीता है, तो उसकी मूत्राशय में अधिक मात्रा में मूत्र बनता है, जिसके कारण वह नींद में पेशाब कर सकता है।


3. गहरी नींद: कुछ बच्चों को इतनी गहरी नींद होती है कि उनके दिमाग को यह महसूस नहीं होता कि उन्हें पेशाब करने की आवश्यकता है।


4. तनाव या चिंता: चिंता, तनाव या चिंता भरे स्थितियों में, बच्चों को नींद में अपने मूत


्र संबंधी इंद्रियों को कंट्रोल करने में समस्या हो सकती है।


5. स्वास्थ्य समस्याएं: कई स्वास्थ्य समस्याएं भी नींद में पेशाब की समस्या का कारण बन सकती हैं, जैसे कि मूत्र मार्ग संक्रमण, मूत्राशय संक्रमण, मधुमेह इत्यादि।


यदि बच्चे को नींद में पेशाब करने की समस्या है, तो उसके पेशेवर चिकित्सक से संपर्क करना उचित होगा। वे बच्चे के मेडिकल हिस्ट्री को जांचेंगे और उचित निदान और उपचार प्रदान करेंगे।


नींद में पेशाब की समस्या एक आम समस्या हो सकती है, लेकिन यदि यह समस्या बच्चे के दैनिक जीवन में बार-बार हो रही है और उसे परेशानी पहुंचा रही है, तो कुछ निम्नलिखित कदम अपनाए जा सकते हैं:


1. अधिक पानी पीने से पहले समय पर रोकें: रात में बच्चे को अधिक पानी पीने से पहले उसे रोकने की कोशिश करें। इससे उसके मूत्राशय में कम मात्रा में मूत्र बनेगा और पेशाब करने की आवश्यकता कम होगी।


2. संयम अभ्यास कराएं: बच्चे को संयम अभ्यास कराना बहुत महत्वपूर्ण होता है। उसे रोजाना निश्चित समय पर पेशाब करने को कहें और उसे बार-बार याद दिलाएं।


3. तांत्रिक व्यायाम कराएं: कुछ तांत्रिक व्यायाम बच्चों की पेशाब कंट्रोल करने की क्षमता को बढ़ा सकते हैं। यह उनकी पेशाब संबंधी मांसपेशियों को मजबूत करता है।


4. संतुलित डाइट: एक स्वस्थ और संतुलित आहार बच्चे के मूत्राशय के स्वस्थ फंक्शन के लिए महत्वपूर्ण है। पर्याप्त प्रोटीन, फाइबर, और पर्य


ाप्त पानी की मात्रा उचित खाद्य पदार्थों के सेवन करने से बच्चे के पेशाब कंट्रोल में सुधार हो सकता है।


5. चिकित्सा सलाह: यदि ऊपर दिए गए उपायों के बावजूद समस्या बनी रहती है, तो आपको एक पेशेवर चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए। वे बच्चे के मेडिकल हिस्ट्री को विचार करेंगे और उचित निदान और उपचार सुझाएंगे।


यह ध्यान देने योग्य है कि हर बच्चे की स्थिति अलग होती है, इसलिए चिकित्सा सलाह की आवश्यकता और उपाय उनकी व्यक्तिगत जरूरतों के आधार पर तय किए जाने चाहिए।


*नींद में पेशाब की समस्या उपाय*


नींद में पेशाब की समस्या, जिसे रात को बेद-बाथरूम के दौरान बिना जागने की स्थिति कहा जाता है, निद्रा अस्थान विकृति (Nocturnal Enuresis) के रूप में भी जाना जाता है। यह बालों वाले बच्चों और कई बार किशोरों को प्रभावित कर सकता है। नींद में पेशाब की समस्या का उपाय करने के लिए निम्नलिखित तरीके आपकी मदद कर सकते हैं:


1. डॉक्टर की सलाह: पहले ही कदम के रूप में अपने बच्चे या खुद के लिए एक चिकित्सक से परामर्श लेना बेहद महत्वपूर्ण है। चिकित्सक आपकी स्थिति का मूल निर्धारण करेंगे और आपको सही उपचार या सलाह प्रदान करेंगे।


2. पेशाब करने का समय नियंत्रण करें: दिन और रात में नियमित रूप से पेशाब करने का प्रयास करें, ताकि आपका शरीर एक नियमित शेड्यूल विकसित कर सके। यह आपके बाद के समय में नींद को पेशाब करने से रोकने में मदद कर सकता है।


3. पेशाब करने से पहले पानी की मात्रा कम करें: रात को सोने से पहले पानी की मात्रा को कम करने का प्रयास करें। इससे आपके ब


ाद के समय में पेशाब करने की आवश्यकता कम हो सकती है। फल-फूलों और सुगंधित ब्रश की जगह उस समय पानी पीने की कोशिश करें जब आप अपनी रात्रि नींद के बाद उठने के लिए अग्रिम नियोजन करेंगे।


4. दिन के समय पेशाब करने की अभ्यास बढ़ाएँ: अगर आप दिन के समय पेशाब करने की अभ्यास बढ़ा सकते हैं, तो यह रात को पेशाब करने की संभावना को कम कर सकता है। नियमित अंतरालों पर पेशाब करने की कोशिश करें, जैसे कि हर दो घंटे में या अपने शरीर के संकेतों के आधार पर।


5. पेशाब करने से पहले टोयलेट जाएँ: सोने से पहले टोयलेट जाने का अभ्यास बनाएं। इससे आपके बाद के समय में नींद के दौरान पेशाब करने की संभावना कम हो सकती है।


6. जिम्मेदारी दें: बच्चों के लिए, अपने बच्चे को उनकी समस्या के बारे में संज्ञान दें और उन्हें बताएं कि यह कोई असामान्य समस्या नहीं है। उन्हें समझाएं कि यह समस्या अक्सर उम्र के साथ दूर हो जाती है और आप उनका साथ देने के लिए


 यहां हैं। उन्हें सपोर्ट और मोटिवेशन प्रदान करें और इस मुद्दे को खुलेआम चर्चा का हिस्सा बनाएं।


7. सही आहार चुनें: कई बार खानपान में परिवर्तन करके और पितृसत्ता वाले पदार्थों को कम करके आप इस समस्या को सुधार सकते हैं। बच्चों को रात को धीरे-धीरे खाना कम करके देना चाहिए और साथ ही पेशाब करने के लिए विशेष आहार के बारे में बात करें।


यदि ये उपाय आपकी समस्या में सुधार नहीं ला पाते हैं, तो आपको पुनः अपने चिकित्सक से मिलना चाहिए। डॉक्टर आपकी विशेष स्थिति को देखकर और अनुभव करके आपको और उपाय दे सकते हैं।


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